छत्तीसगढ़: थोक से चार गुना रेट पर बेच रहे सब्जियां

लॉक डाउन के दौरान सब्जियों व फलों की कीमतों में अनावश्यक बढ़ोतरी कर रिटेलर्स लोगों को चूना लगाने लगे हैं। थोक रेट से चार गुने दाम पर सब्जियां बेची जा रही हैं। मौके का लाभ उठाने वाले लोगों पर प्रशासन को अंकुश लगाने की जरूरत है। बालोद कलेक्टर ने सब्जियों और फलों के दाम निर्धारित किए हैं ताकि चिल्हर विक्रेता मनमानी न कर सके। 
राजधानी में भी जिला प्रशासन को सब्जियों-फलों, दूध और अनाजों के मुनाफाखोरी पर अंकुश लगाना चाहिए। चिल्हर में टमाटर 40 से 60 रुपये किलो और बरबट्टी 80 रुपये किलो तक पहुंच गई। सब्जी कारोबारियों का कहना है कि अगर आवक में सुधार नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में कीमतों में और बढ़ोतरी होगी।


गुरुवार को सब्जियों की चिल्हर की कीमतों में भी जबरदस्त तेजी आई। यह तेजी शास्त्री बाजार, गोलबाजार, टिकरापारा, संतोषी नगर में देखी गई। टमाटर थोक में 15-20 रुपये किलो और चिल्हर में 40 से 60 रुपये किलो तक बिका। इसी प्रकार फूल गोभी थोक में 12 रुपये, चिल्हर में 40 रुपये किलो,पत्ता गोभी थोक में 6-8 रुपये किलो और चिल्हर में 30-40 रुपये किलो रहा। लौकी थोक में 6 रुपये किलो और चिल्हर में 20 रुपये किलो, धनिया थोक में 30 और चिल्हर में 80 रुपये किलो, करेला थोक में 25-30 रुपये और चिल्हर में 60-80 रुपये किलो, भिंडी थोक में 15-20 रुपये किलो और चिल्हर में 60-80 रुपये किलो तक बिकी। थोक सब्जी व्यावसायी संघ के अध्यक्ष टी श्रीनिवास रेड्डी का कहना है कि बाहर की गाडिय़ां रोकी जाने के कारण सब्जियों की आवक कमतर हो गई है। ऐसी ही स्थिति रही तो आने वाले दिनों में कीमतें और बढ़ जाएंगी। चिल्हर में इन दिनों आलू-प्याज 35 से 40 रुपये किलो तक बिक रहे है। बताया जा रहा है कि इसकी आवक अभी सामान्य बनी हुई है।