प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 67वीं बार करेंगे 'मन की बात', सुबह 11 बजे से देश को संबोधन

बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी ने 11 जुलाई को किए अपने ट्वीट में कहा था कि जो भी 'मन की बात' कार्यक्रम के लिए कोई सलाह देना चाहते हैं तो वे विभिन्न माध्यमों से दे सकते हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था, 'मुझे यकीन है कि आप इस बारे में जानते होंगे कि कैसे सामूहिक प्रयास से प्रेरणादायक बदलाव हुए और कैसे सकारात्मक बदलाव लाए जा सकते हैं। आप उन पहलुओं से भी परिचित होंगे, जिन्होंने लोगों की जिंदगी में बदलाव लाए हैं। आप उन्हें इस महीने की 26 तारीख को होने वाले 'मन की बात' कार्यक्रम के लिए साझा करें।' पिछली बार पी वी नरसिम्हा राव का किया था जिक्र पीएम मोदी ने अपने पिछले मन की बात कार्यक्रम में 29 जून को पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव को याद करते हुए कहा था उन्होंने एक नाजुक दौर में देश का नेतृत्व किया। साथ ही पीएम ने प्रधानमंत्री ने राव को देश के सबसे अनुभवी नेताओं में एक बताया और कहा कि वे भारतीय मूल्यों में रचे बसे थे। साथ ही पीएम मोदी ने चीनी घुसपैठ, लॉकडाउन, अनलॉक-1 का जिक्र किया था। पीएम मोदी ने कहा था, 'भारत की तरफ आंख उठाकर देखने वालों को करारा जवाब मिला है। अगर भारत दोस्ती निभाना जानता है तो आंख में आंख डालकर उचित जवाब देना भी जानता है।' पीएम ने चीन का नाम लिए बगैर ये बातें कही थी। पीएम ने आगे कहा, 'हमारे वीर सैनिकों ने दिखा दिया कि वे कभी भी मां भारती के गौरव पर आंच नहीं आने देंगे। लद्दाख में हमारे जो भी जवान वीरगति को प्राप्‍त हुए, उनके शौर्य को पूरा देश नमन कर रहा है।' इसके अलावा पीएम ने स्वदेशी उत्पादों के उपयोग को बढ़ाने की वकालत की और कहा कि लोग यदि स्थानीय उत्पाद खरीदेंगे और लोकल के लिए वोकल होंगे तो देश को मजबूती मिलेगी। पीएम मोदी ने साथ ही कहा था कि कई बार चुनौतियां आती रही हैं लेकिन हमारे हमारे देश का इतिहास बताता है कि हम उससे उबरने में कामयाब रहे।