रायपुर प्राचीन शिवालय लॉकडाउन

100 साल पुराने रायपुर के दंतेश्वरी अखाड़े में दंगल की परंपरा भी टूट रही है। जहां हर साल नागपंचमी पर छोटे-बड़े पहलवानों के दांव-पेच का दंगल देखने के लिए शहर के लोग जुटा करते थे। शहर के सभी प्राचीन शिवालय लॉकडाउन हैं। इसलिए माताएं कहीं-कहीं छोटे-छोटे शिव मंदिरों में दूध चढ़ाकर और घरों में भगवान शिव के फोटो के सामने बैठकर पूजन कर सुख, शांति और समृद्धि की कामना करेंगी। सावन मास में ऐसा पहली बार हो रहा है, जब धार्मिक महत्व का सबसे प्राचीन महादेवघाट में भक्तों का मेला नहीं लगेगा। जहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु भोलेबाबा का अभिषेक पूजन करने नागपंचमी के दिन शहर के अलावा अनेक क्षेत्रों से कांवर लेकर पहुंचते थे। वह मंदिर आज भक्तों के लिए बंद हो चुका है। सिर्फ मंदिर के पुजारी ही भक्तों के कल्याण के लिए अभिषेक पूजन करेंगे।